बेहतर भविष्य के लिए पेड़ लगाना बेहद जरूरी है. विश्व आर्थिक मंच के 2030 तक एक ट्रिलियन पेड़ लगाने के लक्ष्य के तहत अदाणी समूह ने अब तक 29 मिलियन पेड़ लगाए हैं. इसे लेकर एक सोशल मीडिया पोस्ट में अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने कहा कि उनका लक्ष्य इस दशक के अंत तक मिशन में योगदान देने के लिए 100 मिलियन पेड़ लगाने का है. गौतम अदाणी ने बताया कि उनका लक्ष्य भारत के तटों पर 37 मिलियन मैंग्रोव पेड़ और 63 मिलियन अंतर्देशीय पेड़ लगाना है.अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी ने ट्वीट (अब एक्स) किया, "यह साझा करते हुए खुशी हो रही है कि अदाणी समूह वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (@wef) के ट्रिलियन ट्री कम्यूनिटी (@1t_org) प्लेटफॉर्म और 2030 तक एक ट्रिलियन पेड़ लगाने की महत्वाकांक्षा के समर्थन में अपनी ऐतिहासिक प्रतिज्ञा पर अमल करना जारी रखे हुए है. इस वैश्विक प्रतिज्ञा में, हम 2030 तक 100 मिलियन पेड़ लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. वैश्विक स्तर पर किसी भारतीय कॉरपोरेट द्वारा सबसे महत्वाकांक्षी प्रतिज्ञाओं में से एक."
यह स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए अदाणी समूह द्वारा की गई विभिन्न ग्रीन इनिशिएटिव में से एक है. अदाणी समूह उत्तराखंड में सीमेंट संयंत्रों की क्षमता बढ़ाने और स्मार्ट बिजली मीटर लगाने में 2,500 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगा. अदाणी समूह के निदेशक प्रणव अदाणी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी. उन्होंने 'ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-उत्तराखंड' में कहा कि समूह का सिटी गैस संयुक्त उद्यम 200 राज्य परिवहन व्यवसायों को पर्यावरण-अनुकूल सीएनजी में परिवर्तित करेगा.वहीं, अदाणी समूह दुनिया का सबसे बड़ा ग्रीन एनर्जी पार्क बनाने जा रहा है. यह प्रोजेक्ट रिन्यूएबल एनर्जी में भारत की प्रभावशाली प्रगति में अहम भूमिका निभाएगा. चुनौतियों से भरे रण रेगिस्तान में 726 वर्ग किमी में फैला यह प्रोजेक्ट अंतरिक्ष से भी दिखाई देता है.