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इस फीचर से लैस कारों में सफर करने पर आती है राजा महाराजाओं वाली फीलिंग

 


कारों में क्रूज कंट्रोल फीचर की पेशकश काफी पहले ही हो चुकी थी. लेकिन भारत में ये पिछले कुछ सालों में तेजी से पॉपुलर हो रहा है, जिसकी वजह देश में तेजी से बेहतर होता सड़क इंफ़्रास्ट्रक्चर है. यही वजह है कि, अब बजट गाड़ियां खरीदने वाला ग्राहक भी अपनी कार में इस फीचर की उम्मीद करता है. इस खबर में हम आपको इससे जुडी जानकारी डिटेल में बताने जा रहे हैं.

क्रूज कंट्रोल क्या है?

साधारण भाषा में कहें तो कार में क्रूज कंट्रोल सिस्टम के चलते, ड्राइवर बिना ट्रैफिक वाली सड़क पर एक समान स्पीड पर चलायी जा सकती है और ड्राइवर आराम से पैडल से अपने पैर हटाकर बैठ सकता है. कार को जिस स्पीड पर चलना है, ये तय कर ड्राइवर उतनी स्पीड सेट कर सकता है.

इस डिवाइस का होता है अहम रोल

जब इस फीचर की बात आती है, तो मन में ये सवाल जरूर आता है कि आखिर कार तय स्पीड मेंटेन कैसे करती है? तो इसका जवाब है एक्टुएटर. ये थ्रोटल से जुडी डिवाइस है, जिसे बटन प्रेस करने पर कार की स्पीड की कमांड मिलती है. फिर ये एक्सेलेरेटर को उसी स्पीड पर रखने का काम करती है.

कैसे करता है काम?

जब कार को ड्राइव करने वाला कोई भी व्यक्ति, कार को ड्राइव करते समय एक स्पीड सेट कर के क्रूज मोड ऑन कर देता है. तब ये सिस्टम खुद ब खुद थ्रोटल को कंट्रोल कर कार को उसी स्पीड पर ड्राइव करता रहता है, जब तक कि ड्राइव करने वाला व्यक्ति वापस अपना पैर पैडल पर नहीं रखता. जबकि इस फीचर के बिना कार उस स्पीड पर चलती है, जितनी उसे पैडल के जरिये रेस दी जाती है.

कैसे करें यूज?

भारत की सडकों पर भी इस फीचर का यूज अब धीरे-धीरे आम होता जा रहा है, जोकि अलग अलग कंपनियों की कारों में देखा जा सकता है. जबकि इसके कंपोनेंट्स लगभग सेम होते हैं. ज्यादातर कारों में इसे स्टीयरिंग व्हील पर दिया जाता है और कई में ये सेपरेट भी देखने को मिलता है. जोकि अलग अलग मॉडल और कंपनी पर डिपेंड करता है.

हालांकि अगर इसके मैकेनिज्म की बात करें तो, ये सभी में लगभग सामान ही होता है. जिसमें ऑन-ऑफ बटन के साथ साथ सेट, रिज्यूमे और कैंसिल जैसे बटन होते हैं. इसके अलावा किसी किसी में स्पीड कम ज्यादा करने के लिए भी बटन मौजूद होता है.

अडाप्टिव क्रूज कंट्रोल

अडाप्टिव क्रूज कंट्रोल केवल क्रूज कंट्रोल से एक कदम आगे की टेक्नोलॉजी है. यानि क्रूज कंट्रोल पर आप केवल एक तय स्पीड पर ही कार चला सकते हैं, जबकि अडाप्टिव क्रूज कंट्रोल ऑटोमेटिकली कार की स्पीड को कम या ज्यादा करने में सक्षम होता है. यहां तक कि आगे चल रही कार से एक निश्चित दूरी भी मेंटेन कर लेता है. लंबे सफर तय करने वाले लोगों के लिए ये काफी काम का साबित हो सकता है. यहां तक कि शहर के पीक ट्रैफिक में भी ये बेहतर काम करता है.

क्रूज कंट्रोल फीचर का यूज कब करें

इस फीचर का यूज करते समय कुछ बातों का ध्यान रखना जरुरी होता है. जैसे- इसका यूज हाईवे पर साफ़ मौसम में ही करना चाहिए. लेकिन अगर आप शहर में इसका यूज करना चाहते हैं, तब आपको अडाप्टिव क्रूज कंट्रोल फीचर वाली कार को चुनना चाहिए. इसके अलावा क्रूज कंट्रोल का यूज ख़राब मौसम, तेज बारिश, आंधी तूफ़ान और बर्फबारी जैसी कंडीशन में नहीं करना चाहिए.

क्रूज कंट्रोल फीचर से लैस कारें-

मारुति सुजुकी स्विफ्ट

टाटा पंच

मारुति सुजुकी ब्रेजा

मारुति सुजुकी फ्रॉन्क्स

टाटा नेक्सन

हुंडई क्रेटा

टाटा हैरियर

महिंद्रा थार इनोवा क्रिस्टा

महिंद्रा एक्सयूवी700

टोयोटा फॉर्च्यूनर

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