Top News

राज्य कर अधिकारियों ने 12.45‌‌ लाख रूपये लेकर छोड़ा अवैध शराब से भरा ट्रक



सहारनपुर ।‌ 12.45‌‌ लाख रूपये लेकर राज्य कर अधिकारियों द्वारा छोड़े गए ट्रक को सदर थाना पुलिस एवं आबकारी विभाग ने पड़कर 30 लाख रुपए की अवैध शराब बरामद की जिससे राज्य कर विभाग के अधिकारियों में खलबली मच गई । इतना ही नहीं मामला राज्य कर मुख्यालय एवं शासन तक पहुंच गया है जिसमें राज्य कर अधिकारियों की भूमिका भी संदिग्ध मानी जा रही है । 

बुधवार को एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने कोतवाली सदर बाजार में पत्रकार वार्ता में बताया था कि सदर बाजार पुलिस एवं आबकारी विभाग की संयुक्त कार्रवाई में गांव छिदवाना मोड़ से शराब से लदा ट्रक पकड़ा था जिसमें 357 पेटी इंपीरियल ब्लू शराब बरामद हुई जो कि चंडीगढ़ से बिहार ले जाई जा रही थी। एवं शराब की पेटीयो के ऊपर 246 कार्टून प्लास्टिक स्क्रैप के भी लदे हुए थे जिसमें मौके से आरोपी गुलशेर पुत्र मेहबूब निवासी सुल्तानपुर थाना लक्सर जिला हरिद्वार उत्तराखंड को भी गिरफ्तार किया था सहारनपुर पुलिस की इस कार्रवाई से राज्य कर विभाग के अधिकारियों के होश उड़ गए और बृहस्पतिवार को पूरा दिन विभाग में यह एक चर्चा का विषय बना रहा और अधिकारी इस गुणा भाग में लग गए कि अब इस सबसे पीछा कैसे छुड़ाया जाए।

आपको बता दे की यह ट्रक 2 दिन पूर्व राज्य कर विभाग की प्रथम इकाई के असिस्टेंट कमिश्नर अजय सिंह एवं उनकी टीम ने चुनेटी हाईवे पर रोका था और अपने दफ्तर में लाकर जांच की थी जिसमें शाहनवाज नामक व्यक्ति ने अधिकारी से सेटिंग कर 12.45 लाख रुपए देकर गाड़ी को छुड़वाया था। सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि 2 दिन उपरोक्त ट्रक राज्य कर विभाग के दफ्तर में खड़ा रहा उसकी जांच भी की गई और विभाग अधिकारियों को शराब का पता ही नहीं लगा और लगा भी तो 12.45 लाख रुपए लेकर मामले को रफा दफा कर दिया। 

लेकिन यह मामला इतनी आसानी से रफा दफा होने वाला भी नहीं है क्योंकि इस मामले में जिलाधिकारी महोदय भी अपने बयान में कह चुके हैं कि जीएसटी विभाग के अधिकारियों को आपस में समन्वयं बनाकर कार्यवाही करनी चाहिए थी लेकिन जिस प्रकार उन्होंने कार्रवाई की तो उनकी भूमिका भी संदिग्ध लग रही है और इस पर भी विभाग के अधिकारियों का स्पष्टीकरण लिया जाएगा।

राज्य कर अधिकारियों ने वसूले 12.45 लाख और रसीद काटी 1.53 लाख की

राज्य कर अधिकारियों के खेल भी बड़े निराले हैं अभी तक तो यह पान मसाला तंबाकू सरिया स्क्रैप लकड़ी एवं परचून का कर अपवंचन कराकर पैसा वसूलने में ही माहिर थे लेकिन अब शायद शराब तस्करों के साथ भी मिलकर अवैध शराब की तस्करी में भी लिप्त हो गए हैं जो कि उपरोक्त घटना साबित करती है कि कहीं ना कहीं राज्य कर विभाग के अधिकारी कर्मचारी इस सब खेल में लिप्त है इतना ही नहीं पकड़े गए आरोपी ने जो आरोप लगाया है कि सेटिंग कर राज्य कर अधिकारियों को 12.45 लाख रुपए देकर अवैध शराब से भरा ट्रक छुड़ाया गया है यदि यह सत्य है तो यह अति निंदनीय है। 

सूत्रों की माने तो उपरोक्त गाड़ी में 12.45 लाख रुपए वसूल कर रसीद मात्र 1.53000 की काटी गई है। और प्रशासन के स्पष्टीकरण का जवाब भी इन्होंने सोच लिया है सूत्रों से ज्ञात हुआ है सचल दल प्रथम इकाई प्रभारी का कहना है कि हमने तो कांटा कर रसीद काट दी अब इनसे कोई पूछे की फलावटी प्लास्टिक स्क्रैप और 357 पेटी शराब का वजन कैसे मैच कर जाएगा क्या जांच करने वाले अधिकारी आंख बंद करके जांच करेंगे अब देखना यह होगा की विभाग एवं शासन प्रशासन ऐसे अधिकारियों के विरुद्ध निष्पक्ष जांच कराकर मुकदमा दर्ज कर क्या कार्रवाई करता है ?

Previous Post Next Post