लोकसभा में राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा पर चर्चा के दौरान एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''मैं पूछना चाहता हूं कि क्या मोदी सरकार किसी विशेष समुदाय, धर्म की सरकार है या पूरे देश की सरकार है? भारत सरकार मेरा एक धर्म है? मेरा मानना है कि इस देश का कोई धर्म नहीं है. मैं भगवान राम का सम्मान करता हूं, लेकिन मैं नाथूराम गोडसे से नफरत करता हूं क्योंकि उसने उस व्यक्ति की हत्या की थी जिसके अंतिम शब्द हे राम थे."
लोकसभा में की गई थी बाबरी गिराने की निंदा, आज मनाया जा रहा जश्न: ओवैसी
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि 16 दिसंबर, 1992 को संसद में एक प्रस्ताव पारित कर कहा गया कि किस तरह से वीएचपी, बजरंग दल और आरएसएस ने देश में सांप्रदायिता फैलाई और मस्जिद को गिराया गया. इस लोकसभा में मस्जिद गिराने का निंदा की गई थी. आज यही सरकार छह दिसंबर को जो घटना हुई, उसका जश्न मना रही है. इस पर सभापति राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि राम मंदिर पर फैसला सुप्रीम कोर्ट के जरिए किया गया. इसके बाद ही मंदिर का निर्माण हुआ है.
रथ यात्रा निकालने वाले को दिया गया सर्वोच्च सम्मान: ओवैसी
राम मंदिर पर हो रही चर्चा के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने संसद में कहा कि अभी एक सांसद ने कहा कि जिस वक्त छह दिसंबर को बाबरी मस्जिद गिराई जा रही थी, उस वक्त नरसिम्हा राव पूजा कर रहे थे. लालकृष्ण आडवाणी का जिक्र करते हुए ओवैसी ने कहा कि जिस व्यक्ति ने रथ यात्रा निकाली, उसे देश का सर्वोच्च सम्मान दिया गया है. ये दिखाता है कि सरकार किस तरह खड़ी है. इंसाफ जिंदा है या फिर जुल्म को बरकरार रखा जा रहा है.
ओवैसी ने संसद में आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर उठाए सवाल
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर सवाल उठाए हैं. इस दौरान संसद में तीखी बहस देखने को मिली है.