Top News

छठ पूजा का देखें पूरा पंचांग, जानें 17 से 20 नवंबर तक सूर्यादय और सूर्यास्त का समय

 


छठ पूजा हिंदू धर्म का खास पर्व है. वैसे तो छठ पर्व साल में दो बार चैत्र और कार्तिक मास में मनाया जाता है. लेकिन कार्तिक मास में पड़ने वाला छठ अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है. इस साल छठ पर्व की शुरुआत 17 नवंबर को नहाय-खाय के साथ हो रही है.

छठ महापर्व पूरे चार दिनों तक मनाया जाता है और व्रती 36 घंटे का कठिन निर्जला व्रत रखती है. बता दें कि 17 नवंबर को छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होगी, 18 नवंबर को खरना पर्व है, 19 नवंबर को संध्या अर्घ्य दिया जाएगा और 20 नवंबर ऊषा अर्घ्य के साथ चार दिवसीय छठ पर्व का समापन हो जाएगा.

छठ पूजा में सूर्य देव की पूजा की परंपरा है. यह एकमात्र ऐसा पर्व है, जिसमें उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही डूबते सूर्य को भी अर्घ्य दिया जाता है. इसलिए छठ पर्व में सूर्योदय और सूर्यास्त का समय जरूर जानना चाहिए. आइये जानते हैं छठ पर्व में सूर्योदय-सूर्यास्त का समय और पूरा पंचांग.

छठ पूजा की महत्वपूर्ण तिथियां (Chhath Puja 2023 Date)

पहला दिन, नहाय खाय: शुक्रवार 17 नवंबर 2023

दूसरा दिन, खरना: शनिवार 18 नवंबर 2023

तीसरा दिन, संध्या अर्घ्य: रविवार 19 नवंबर 2023

चौथा दिन, ऊषा अर्घ्य और पारण: सोमवार 20 नवंबर 2023

छठ नहाय-खाय (पंचांग)

नहाय खाय- शुक्रवार, 17 नवंबर 2023

तिथि - चतुर्थी

पक्ष - शुक्ल

नक्षत्र - पूर्वाषाढ़ा

योग - धृति, रवि योग

राहुकाल - सुबह 10:46 - दोपहर 12:06

सूर्योदय- सुबह 06:45 पर

सूर्योस्त- शाम 05:27 पर

छठ पूजा खरना (पंचांग)

खरना- शनिवार, 18 नवंबर 2023

तिथि - पंचमी

पक्ष - शुक्ल

नक्षत्र - उत्तराषाढ़ा

योग - सर्वार्थ सिद्धि, रवि योग, गण्ड

राहुकाल - सुबह 09:26 - सुबह 10:46

सूर्योदय- सुबह 06:46 पर

सूर्योस्त- शाम 05:26 पर

छठ पूजा संध्या अर्घ्य (पंचांग)

संध्या अर्घ्य- रविवार, 19 नवंबर 2023

तिथि - षष्ठी

पक्ष - शुक्ल

नक्षत्र - श्रवण

योग - वृद्धि योग, द्विपुष्कर

राहुकाल - शाम 04:04 - शाम 05:26

सूर्योदय- सुबह 06:46 पर

सूर्योस्त- शाम 05:26 पर

छठ पूजा उषा अर्घ्य (पंचांग)

संध्या अर्घ्य- सोमवार, 20 नवंबर 2023

तिथि - सप्तमी

पक्ष - शुक्ल

नक्षत्र - शतभिषा

योग – ध्रुव योग, व्याघात योग

राहुकाल - सुबह 08.08 – सुबह 09:29

सूर्योदय- सुबह 06:47 पर

सूर्योस्त- शाम 05:26 पर

Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.

Previous Post Next Post