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Telangana Election 2023: पहले निलंबन, फिर वापसी और अब टिकट, पैगंबर पर कमेंट करने वाले टी राजा सिंह पर BJP ने क्यों बदला अपना ही फैसला


Hyderabad
(Telangana Assembly Election 2023): काफी लंबे इंतजार के बाद बीजेपी ने रविवार रात तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की अपनी पहली लिस्ट जारी की. इस लिस्ट में 52 उम्मीदवारों के नाम हैं, लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा एक नाम की हो रही है. वह नाम है, टी. राजा सिंह का. बीजेपी ने टी. राजा सिंह को हैदराबाद की गोशमहल सीट से मैदान में उतारा है.

बता दें कि टी. राजा सिंह को टिकट मिलना हर किसी को हैरान इसलिए कर रहा है क्योंकि लिस्ट जारी होने से कुछ घंटे पहले ही उनका पार्टी से निलंबन वापस लिया गया था. टी. राजा सिंह फिलहाल तेलंगाना में बीजेपी के इकलौते विधायक हैं.

इसलिए पार्टी ने दिखाया था बाहर का रास्ता

दरअसल, टी. राजा सिंह ने अगस्त 2022 में मुस्लिम समुदाय की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली कुछ टिप्पणियां की थीं. टी राजा सिंह ने कथित तौर पर हैदराबाद में स्टैंड-अप कॉमेडियन मुनव्वर फारुकी के शो के जवाब में एक वीडियो जारी करते हुए पैगंबर पर टिप्पणी कर दी थी. वीडियो में उन्होंने फारूकी और उनकी मां पर भी गलत टिप्पणी की थी. इसके बाद पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया था. 25 अगस्त को उन्हें जेल भेजा गया था. बाद में पार्टी ने उन्हें नोटिस जारी किया और पार्टी से निलंबित कर दिया था.

पार्टी ने इस तरह टिकट से पहले निलंबन लिया वापस

बीजेपी ने अपनी पहली सूची जारी करने से पहले टी. राजा सिंह का निलंबन वापस लिया. इसके लिए पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति के सदस्य सचिव ओम पाठक ने एक लेटर जारी किया, जिसमें लिखा था, ''निलंबन के तहत पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने आपको कारण बताओ नोटिस जारी किया था. यह पत्र कारण बताओ नोटिस पर आपके उत्तर को संदर्भित करता है. आपके उत्तर और उसमें दिए गए स्पष्टीकरण पर समिति की ओर से विचार किया गया है और आपके जवाब के आधार पर, समिति ने आपका निलंबन तुरंत रद्द करने का फैसला किया है."

इस वजह से मिला टिकट

निलंबन के बाद भी टी. राजा सिंह को टिकट मिलने के पीछे कई फैक्टर हैं, लेकिन इनमें से कुछ अहम इस प्रकार हैं.

राजा सिंह तेलंगाना में बीजेपी के इकलौते विधायक हैं. वह उस हैदराबाद से आते हैं जहां ओवैसी का दबदबा है. ऐसे में पार्टी उन्हें बैठाकर अपना नुकसान नहीं कराना चाहती.

राजा सिंह की छवि हिंदू नेता की है. वह लगातार अपने बयानों की वजह से चर्चा में रहते हैं. पार्टी में एक धड़ा उनके समर्थन में रहता है.

निलंबन के बाद भी राजा सिंह ने पार्टी के प्रति अपनी निष्ठा नहीं छोड़ी. निलंबन के दौरान उन्होंने बीआरएस में जाने और चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया था. इस वजह से भी पार्टी ने उन पर भरोसा जताया है.

2013 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 5 सीटों पर जीत मिली थी, लेकिन 2018 चुनाव में पार्टी के 5 विधायकों में से सिर्फ टी राजा ही जीत बरकरार रखने में कामयाब हुए थे, जबकि किशन रेड्डी जैसे दिग्गज नेता को भी हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में पार्टी कम से कम इस सीट को गंवाना नहीं चाहती होगी.

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