- गाजा में इजरायली हमलों के बीच कई विदेशी सैलानी भी फंसे हैं. इन्हें निकालने के लिए मिस्र से मानवीय गलियारा पर बनाने की बात चल रही थी, लेकिन अब मिस्र ने मानवीय गलियारे को खोलने से इनकार कर दिया है.
- अल अरबीया न्यूज़ के मुताबिक इजरायल के तेल अवीव की ओर हमास ने कई नई मिसाइलें दागी हैं.
- सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने गाजा की मौजूदा स्थिति को लेकर चर्चा की है. अरब न्यूज के मुताबिक चर्चा के दौरान क्राउन प्रिंस ने बेकसूर लोगों की जान लेने वाले 'सैन्य अभियानों' को रोकने के तरीकों पर जोर दिया.
- यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने पश्चिमी देशों के नेताओं से इसरायल के दौरा की सिफारिश की है. उन्होंने कहा कि पश्चिमी देशों से मैं चाहूंगा कि वह इजरायल जाएं ताकि वह देश अकेला महसूस न करें.
FOREIGN DESK: इजरायली और हमास के बीच जारी संघर्ष जारी है. इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहु ने देश को संबोधित करते हुए कहा, वह हमास से जुडे़ हर व्यक्ति को मारेंगे. इजरायल के गाजा पट्टी पर हमास के सभी ठिकानों पर हमले जारी हैं. इन हमलों में कई लोगों के मारे जाने की खबर है. साथ ही हमास भी रॉकेट के जरिए इजरायल पर लगातार हमले कर रहे है.
भारत सरकार ने हमास के हमलों के बीच में दिल्ली में चौबीसों घंटे काम करने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है. उन्होंने तेल अवीव और रामल्ला में विशेष आपात हेल्पलाइन नंबर चालू किए हैं ताकि स्थिति पर नजर रखी जा सके और भारतीयों को सूचना और मदद मुहैया हो सके. इसी बीच इजरायल की सरकार ने सीमावर्ती समुदायों पर हमास के आश्चर्यजनक हमलों के मद्देनजर एक आपातकालीन सरकार और युद्ध कैबिनेट का गठन किया है, जिसमें कम से कम 1,200 लोग मारे गए और हजारों अन्य घायल हो गए हैं.
ऐसा बताया जा रहा है कि इस समय इजराइल में 18,000 भारतीय हैं और उन्हें किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई जानकारी नहीं मिली है. मंत्रालय ने कहा, ‘‘इजराइल और फलस्तीन में जारी घटनाक्रम के मद्देनजर विदेश मंत्रालय ने स्थिति पर नजर रखने और सूचना और मदद मुहैया कराने के लिए चौबीसों घंटे सेवा उपलब्ध कराने वाला नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है.’’ उसने बताया कि इसके अलावा तेल अवीव में भारतीय दूतावास और रामल्ला में भारत के प्रतिनिधि कार्यालय ने आपातकालीन हेल्पलाइन भी स्थापित की हैं, जो चौबीसों घंटे चालू रहेंगी.
इजरायल के विपक्ष और सत्ता पक्ष ने इस आपातकालीन परिस्थिति में एक आपातकालीन सरकार बनाने का फैसला लिया है ताकि सभी पक्ष एक साथ काम कर सकें. पीएम नेतन्याहु ने कहा, अभी हमारा पूरा ध्यान युद्ध पर है जबतक हम हमास से जुड़े एक एक व्यक्ति को नहीं मार देते हैं तब तक हमारा आपके संघर्ष जारी रहेगा.